Annual Status of Education Report (ASER) ने बुधवार को 2022 के सर्वें की रिपोर्ट ज़ारी क़ी, जिसमें हरियाणा में पढ़ने वाले कक्षा 3 विद्यार्थियों को कक्षा 2 के पाठ्यक्रम को पढ़ाया गया। जो 2018 में 46.4% से गिरकर 31.5% पर आ गया है। ASER रिपोर्ट के अनुसार बच्चों की सामान्य पढ़ने की क्षमता वर्ष 2012 के पूर्व तक गिर गयी है। ” बीच के वर्षों ने धीमी तरक्की को उलट दिया है “। जो लड़के-लड़कियों तथा सरकारी व प्राइवेट स्कूल दोनों में दिखायी दे रहा है।
रिपोर्ट ने दावा किया कि सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 3 में पढ़ने वाले बच्चों को कक्षा 2 के पाठ्यक्रम को पढ़ने का आंकड़ा वर्ष 2018 में 27.3 % से घटकर वर्ष 2022 में 20.5% हो गया है। रिपोर्ट का कहना है कि यह गिरावट दर राज्य के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के बच्चों में दिख रहा है। मई 2018 के मुकाबले कुछ राज्यों में 10% से ज्यादा की गिरावट दिख रही है। केरला ( 2018 में 52.1% से गिरकर 2022 में 38.7 % हो गया ), हिमाचल प्रदेश ( 47.7% से गिरकर 28.4% हुआ ) और हरियाणा (86.4% से गिरकर 31.5% हुआ )। सबसे अधिक गिरावट आंध्र प्रदेश (22.6% से गिरकर 10.3% हुआ ), तेलंगाना(18.1% से गिरकर 5.2% हुआ )। इस सर्वे में कक्षा 1 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अक्षर, शब्द व साधारण वाक्य पढ़ने में दिक्कत हुई तथा कक्षा 2 में पढ़ने वाले बच्चों को साधारण वाक्य पढ़ने में समस्याएं आयी।
राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दूसरी कक्षा के पाठ्यक्रम को पढ़ाया, 2018 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की दर 50.5 से गिरकर 2018 में 42.8% हो गई है भाई हरियाणा में यह दर 2018 में 69.3% से गिरकर 2022 में 57.7% हो गया है।
आंकड़ों के अनुसार गणित विषय में बुनियादी पाठ्यक्रम को पढ़ने वाले बच्चों क़ी दर से कम गिरावट नजर आयी है। कक्षा तीन में – करने वाले सक्षम बच्चों की दर 2018 में 28.2% से गिरकर 2022 में 15.9% हो गई है। वहीं हरियाणा में 2018 में 53.9% से गिरकर 2022 में यह 41.8% हो गया है। सर्वे में बच्चों से 1-9 तथा 11-99 अभी पंखा की पहचान करने को कहा गया, दो संख्या – का प्रश्न पूछा गया तथा एक संख्या के भाग का प्रश्न पूछा गया।
ASER ने 2016 में अंग्रेजी पढ़ने वाले बच्चों का सर्वे किया था। यह सर्वे राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था जिसमे कक्षा 5 के विद्यार्थियों को अंग्रेजी के सामान्य वाक्य को पढ़ने को कहा गया था। पढ़ने वाले बच्चों की संख्या दर 2016 में 24.7% जो गिरकर 2022 में 24.5% हो गई। हवाई कक्षा आठ के विद्यार्थियों में थोड़ी प्रगति देखी गई है यह दर 2016 में 45.3% से बढ़कर 2022 में 46.7% है।