Khatu Shyam Mandir, खाटू श्याम मंदिर दर्शन की सम्पूर्ण जानकारी यहां से देखें
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Khatu Shyam Mandir Kaha Hai (खाटू श्याम मंदिर कहां है)
बाबा खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Siker) जिले मे स्थित है। खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान मे भगवान श्री कृष्ण के प्रसिद्ध मंदिरो मे से एक माना जाता है। खाटू श्याम मंदिर खाटू गाँव मे बना हुआ है यह मंदिर को गाँव शहर मे मध्य मे बना हुआ है। यहां पुजा के लिए एक बड़ा हॉल है जिसे जगमोहन के नाम से जाना जाता है। खाटुश्यामजी के मंदिर मे बाबा का शीश रखा हुआ है। भक्त बाबा के इसी रूप के दर्शन करने के लिए आते है।
Khatu Shyam Mandir Rajasthan
खाटूश्यामजी मंदिर राजस्थान के सीकर जिले मे स्थित है जो की राजस्थान का एक बहुत ही प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर है यहाँ पर देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते है यहाँ पर हर रोज हजारों की संख्या मे भक्त दर्शन के लिए आते है और हर वर्ष फाल्गुन मेला (मार्च माह) मे आयोजित होता है जो की बाबा खाटूश्याम जी का मुख्य मेला है। इस मेले मे देश और विदेश से लाखो की संख्या मे भक्तो की भीड़ देखने को मिलती है। इसके अलावा बाबा श्याम के दरबार मे हर एकादशी को भी भरी भीड़ नजर आती है।
कौन हैं खाटूश्याम जी
खाटुश्यामजी का संबंध महाभारत से है। ये भीम के पुत्र घटोत्कच और दैत्य मूर की पुत्री मोरवी के पुत्र थे। खाटू श्याम बचपन से ही एक वीर योद्धा थे इनके बचपन का नाम बर्बरीक था। भगवान श्री कृष्ण ने इनकी शक्तियों व सेवभाव को देखकर इनसे प्रसन्न हुये और इन्हे वरदान दिया की तुम कलयुग मे मेरे नाम श्याम के नाम से पूजे जाओगे।
खाटूश्यामजी को शीश का दानी भी कहाँ जाता है
इस दुनिया मे जिनहे आज हम बाबा खाटू जी के नाम से पूजते है उनका बचपन का नाम बर्बरीक जो की जन्म से ही एक वीर योद्धा व शक्तिशाली थे वे अपनी माँ को वचन दे रखे थे की जो भी पक्ष हारेगा ये उसका साथ देंगे। लेकिन महाभारत के युद्ध मे धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान श्री कृष्ण पांडवो की और से युद्ध मे भाग लिया और इन्हे पूछा गया की तुम किसकी और से युद्ध मे आए हो तो बर्बरीक ने कहाँ जो युद्ध मे हारेगा मे उसी की और से युद्ध मे भाग लूँगा।
तभी भगवान श्री कृष्ण उनकी वीरता की परीक्षा ली और उन्हे अपना शिष्य बनाकर उनका शीश दान मे मांग लिया तो बर्बरीक ने बिना कुछ सोचे समझे ही अपना शीश काटकर श्री कृष्ण के चरणों मे समर्पित कर दिया। उनके इस बलिदान से प्रसन्न होकर भगवान श्री कृष्ण ने उनको वरदान दिया की तुम कलियुग मे श्याम के नाम से पूजे जाओगे।
खाटूश्यामजी की पुजा करने से मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण
जो भी भक्त बाबा श्याम की सच्चे मन से पुजा करते है और उनके चरणों मे शीश झुकाकर मनोकामना मांगता है उसकी इच्छा जरूर पूरी होती है। जो भी श्याम शरण मे जाता है उसके सभी दुख दर्द दूर हो जाते है। एसी सभी भक्तो की मान्यता है।
कैसे जाएं खाटूश्याम मंदिर
खाटू श्याम मंदिर खाटू गाँव मे स्थित है जो की जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है और सीकर व जयपुर हाईवे के बीच स्थित है। रिंगस खाटूश्याम मंदिर के निकटतम रेलवे स्टेशन है. खाटू श्याम मंदिर पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले जयपुर पहुँच सकते है यहाँ से आपको रिंगस जाना है जो की यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन है।
दिल्ली से खाटुश्याम की दूरी 266 किलोमीटर है, जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर है, नजदीकी हवाई अड्डा: जयपुर और दिल्ली है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
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