जयपुर में लॉकडाउन – माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर आवाजाही रोकी जाएगी
जयपुर में लॉकडाउन – माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर आवाजाही रोकी जाएगी
जयपुर में लॉकडाउन के लिए एक्शन प्लान: माइक्राे कंटेनमेंट जोन दाेगुने करेंगे, डोर टू डोर सर्वे से मरीजों की पहचान और इलाज
Jaipur में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या
राजस्थान के 24% केस सिर्फ जयपुर में,
अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर ज्यादा सख्ती की तैयारी
राज्य सरकार राजधानी जयपुर शिवपुरी जिले में कोरोना संक्रमित हो की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए पाबंदियों को पहले से ज्यादा लगा रही है.
जयपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों पर कंट्रोल करने के लिए
शनिवार को हुई हाईलेवल बैठक में एक्शन प्लान को फाइनल किया गया.
पुरानी गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं होगा
लेकिन जयपुर जिले के एक्शन प्लान में रविवार से मेगा लॉकडाउन जैसी सख्ती बढ़ाने पर जोर दिया गया है.
राजधानी के अलावा बाकी जिले में भी सख्ती बढ़ाई जाएगी.
जयपुर में माइक्रो कंटेंमेंट जोन दोगुने किए जाएंगे और वहां किसी भी तरह की आवाजाही को पूरी तरह रोका जाएगा.
राज्य के मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुई हाई लेवल की बैठक
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुई हाईलेवल वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा,
राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने कलेक्टर,कमिश्नर और वरिष्ठ अफसरों के साथ एक्शन प्लान पर चर्चा की.
बैठक में जयपुर में कोरोना कंट्रोल पर खास फोकस करते हुए
गाइडलाइन की पाबंदियों को नए एक्शन प्लान के हिसाब से सख्ती से लागू करने को कहा है.
कस्बों के छोटे अस्पतालों में कोरोना इलाज की सुविधाएं जल्द विकसित करने के निर्देश दिए हैं.
पूरे जिले मेंं डोर टू डोर सर्वे कर कोरोना के लक्षण वाले लोगों की
पहचान की शुरुआती स्टेज पर ही इलाज करने पर फोकस करने के आदेश दिए हैं.
CM गहलोत ने जताई थी चिंता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात कोरोना पर समीक्षा बैठक के दौरान जयपुर में संक्रमण की दर 30% से नीचे नहीं आने पर चिंता जताई थी. मुख्यमंत्री ने जयपुर के लिए अलग से रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद अफसरों ने जयपुर के लिए अलग से एक्शन प्लान बनाया है.
जयपुर में संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कुल 24% से ज्यादा कोरोना एक्टिव केस अकेले जयपुर में हैं. प्रदेश में 2.08 लाख कोरोना एक्टिव मरीजों में से 49,595 जयपुर जिले में है. कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए जयपुर के लिए अलग से प्लान तैयार किया है.
माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर आवाजाही रोकी जाएगी
राजधानी में 250 से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए थे. 4 से ज्यादा मरीज मिलने पर उस इलाके को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर आवाजाही रोक दी जाती है. अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाई जाएगी. राजधानी के अलावा जिले के कस्बों में भी अब इसी रणनीति से काम करके पाबंदियों को बढ़ाया जाएगा.
फल सब्जी दुकानों व मंडियों में भीड़ मिलने पर सख्ती होगी
जयपुर में अब फल-सब्जी मंडियों और जरूरी सामान की दुकानों पर भीड़ होने पर सख्ती की जाएगी। फल-सब्जी मंडियों में ज्यादा भीड़ होने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने की लगातार शिकायतें आ रही हैं, अब मंडियों में निगरानी बढ़ाई जाएगी.
पूरे जयपुर जिले में अब राजधानी जैसा सख्त कोरोना प्रोटोकॉल
जयपुर में कोरोना के मामले और पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ने के कारण पाबंदियों को सख्ती से लागू करने जरूरत बताई है. पूरे जयपुर जिले में अब राजधानी जैसा ही सख्त कोरोना प्रोटोकॉल अपनाया जाएगा. निगरानी के साथ साथ कोरोना के लक्षण वाले लोगों का सर्वे कर उनका जल्द इलाज शुरु करने का टास्क जिले की प्रशासनिक और मेडिकल मशीनरी को दिया है. स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग का कहना है कि जयपुर में संक्रमण की रफ्तार और चेन तोड़ने के लिए अलग से एक्शन प्लान बनाकर उसे सख्ती से लागू किया जा रहा है.