अब 4 महीने बाद बजेगी शहनाईयां..! मांगलिक कार्यों के लिए भी करना पड़ेगा इंतजार..!

अब 4 महीने बाद बजेगी शहनाईयां..! मांगलिक कार्यों के लिए भी करना पड़ेगा इंतजार..!
देवशयनी एकादशी आज…! अब 4 महीने करना पड़ेगा मांगलिक कार्यों के लिए इंतजार..?
जयपुर। आज मंगलवार को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी कही जाती है
आज से भगवान विष्णु 118 दिन तक योग निद्रा में रहेंगे इस कारण सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।
ज्योतिषाचार्य डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि आज एकादशी से आगामी 14 नवंबर तक भगवान विष्णु योग निंद्रा में रहेंगे जिसके चलते सभी प्रकार के मांगलिक कार्य विवाह, जनेऊ संस्कार, गृह प्रवेश, मुंडन एवं सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी।
भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार कहा जाता है, श्री हरि के विश्राम अवस्था में चले जाने से सभी प्रकार के मांगलिक कार्यो को करना शुभ नहीं माना जाता है।
भगवान विष्णु योगनिद्रा में होते हैं इसलिए वह मांगलिक कार्यों में उपस्थित नहीं हो सकते जिसके चलते इन चार महीनों में मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है।
अब 14 नवंबर को देवोत्थान एकादशी को भगवान विष्णु विश्राम काल पूरा करने के बाद क्षीर सागर से निकलकर पुनःसृष्टि का संचालन करेंगे।
अब 15 नवंबर को माता तुलसी और शालिग्राम का विवाह हिंदू धर्म के हर घर में संपन्न होगा।
इसे देवउठनी एकादशी कहा जाता है यानी इन चार माह बाद देवगण विश्राम काल से जागेंगे और साथ ही मांगलिक कार्यो की फिर से शुरूआत होगी।
विवाह का पहला मुहूर्त 15 नवंबर को है ये रहेगे विवाह के शुभ मुहूर्त नवंबर माह में 15,16,20,21,28,29और 30 नवंबर ,दिसंबर 1,2,6,7,11,और 13है।