ताजा अपडेट के लिए टेलीग्राम चैनल जॉइन करें- Click Here
News

राजस्थान खबर: मुख्यमंत्री गहलोत का बड़ा फैसला राजस्थान में Black Fungus महामारी घोषित

राजस्थान खबर

  • राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने लिया बड़ा फैसला
  • ब्लैक फंगस हुआ महामारी घोषित
  • ब्लैक फंगस के लक्षण आखो में ज्यादा पाए जानें की सूचना

राजस्थान से बड़ी खबर

राजस्थान न्यूज़: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है और राज्य में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है. गहलोत सरकार ने इसका एलान करते हुए कहा कि ब्लैक फंगस अब खतरनाक रूप लेता जा रहा है और यह कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है, इसलिए इसपर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. बता दें कि म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक गंभीर और दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है, जिसकी वजह से संक्रमित मरीजों की आंखें निकालनी पड़ती हैं और गर्दन की हड्डी को भी निकालना पड़ता है. इससे मरीजों की मौत हो जाती है

यह भी पढ़े:- राजस्थान से बड़ी खबर – देखने

बायोलॉजिकल भाषा में समझें तो ब्लैक फंगस, मोल्ड्स या फंगी के एक समूह की वजह से होता है ये मोल्ड्स पूरे पर्यावरण में जीवित रहते हैं र ये साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है. इस समय में कोरोना वायरस के साथ इसके भी रोगी मिलने शुरू हो गए हैं जो चिंता का सबब बनते जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें:- प्रदेश में  जारी रहेंगी लॉकडाउन की पाबंदियाँ-

ब्लैक फंगस के लक्षण क्या-क्या होते है यहा जानिए-

What are the symptoms of black fungus? Know here-

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने ट्वीट कर बताया है कि आंखों में लालपन या दर्द, बुखार, खांसी, सिरदर्द, सांस में तकलीफ, साफ-साफ दिखाई नहीं देना, उल्टी में खून आना या मानसिक स्थिति में बदलाव ब्लैक फंगस के लक्षण हो सकते हैं.

दिल्ली के अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दस्तक

Black fungus knocked in Delhi hospitals

कोरोना से ठीक होने वाले या संक्रमण के दौरान मरीज ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं. इसके चलते मरीजों की मौत तक हो रही है. आज ही दिल्ली में भी म्यूकोर्माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामले सामने आए हैं, एम्स में ब्लैक फंगस के 75-80 मामले, मैक्स अस्पताल में 50 मामले, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में 10 मामले सामने आए हैं, वहीं एक मरीज की मौत भी हो गई है.

ज्यादा स्टेरॉयड देने पर ब्लैक फंगस का खतरा

Risk of black fungus if given too much steroid

एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज पर आमतौर पर पांच से 10 दिन तक ही स्टेरॉयड की जरूरत पड़ती है, इससे ज्यादा दिनों तक मरीज को यह दवाएं दी जाएं तो ब्लैक फंगस की आशंका काफी बढ़ जाती है. स्टेरॉयड दे रहे हैं तो मरीज की पूरी निगरानी करना भी स्वास्थ्य कर्मचारियों की जिम्मेदारी है. ब्लैक फंगस से बचने के लिए मरीज की निगरानी बहुत जरूरी है.

यह भी पढ़े:-

Corona Test: अब घर पर ऐसे करे कोविड-19 की जाँच, जाने इसकी कीमत और जाँच का तरीका


राजस्थान से आज की बड़ी खबरें || राजस्थान से बड़ी खबर   || राजस्थान के जयपुर से बड़ी खबर

#rajasthan #jaipur #rajasthannews #jaipurnews #tajasamachar #todaynews

ताजा अपडेट के लिए टेलीग्राम चैनल जॉइन करें- Click Here

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button