1,2,5 और 10 रुपये के सिक्के को लेकर RBI ने दी बड़ी जानकारी
1,2,5 और 10 रुपये के सिक्के को लेकर RBI ने दी बड़ी जानकारी
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1,2,5 और 10 रुपये के सिक्के को लेकर RBI ने दी बड़ी जानकारी
बाजार में जितने नोट हैं, उनमें किस नोट की कितनी मात्रा है, रिजर्व बैंक ने इसके बारे में भी बताया है । वैल्यू टर्म में देखें तो 500 और 2,000 के बैंक नोट 85.7 परसेंट चलन में हैं । यानी कि देश में जितने बैंक नोट चलन में हैं, उनमें 85.7 परसेंट 500 और 2,000 के नोट हैं।रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने गुरुवार को अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की इस रिपोर्ट में रिजर्व बैंक ने बताया कि अभी प्रचलन में कौन से नोट और कितने के सिक्के हैं । रिजर्व बैंक ने ये भी बताया कि अभी कितने रुपये के नोट और सिक्के जारी जारी किए जाते हैं । रिजर्व बैंक की रिपोर्ट से साफ हो गया कि 2 हजार के नोटों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा है । इस बारे में अफवाह उड़ रही थी कि रिजर्व बैंक ने 2 हजार के नोटों को रोक दिया है ।
रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नोट जारी करता है । रिजर्व बैंक ने यह भी बताया कि कौन-कौन से सिक्के चलन में हैं ।
अक्सर हम देखते है की बाजार मे दुकानदार 1, 2 रुपए के सिक्के लेने से माना कर देते है । 50 पैसे का सिक्का लेने की बात तो दूर है ।
सभी सिक्के चलन मे रहेंगे
रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपये, 2, 5, 10 और 20 रुपये के सिक्के चलन में हैं । रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है । इनमें से किसी भी सिक्के को चलन से बाहर नहीं किया जाएगा ।
बाजार मे कितने नोट है
बाजार में जितने नोट हैं, उनमें किस नोट की कितनी मात्रा है, रिजर्व बैंक ने इसके बारे में भी बताया है । वैल्यू टर्म में देखें तो 500 और 2,000 के बैंक नोट 85.7 परसेंट चलन में हैं । यानी कि देश में जितने बैंक नोट चलन में हैं, उनमें 85.7 परसेंट 500 और 2,000 के नोट हैं। 31 मार्च, 2020 को यह मात्रा 83.4 परसेंट थी । रिपोर्ट में यह बात कही गई है । वॉल्यूम के हिसाब से देखें तो 500 के नोट का शेयर सबसे ज्यादा है और यह 31.1 परसेंट के आसपास है । उसके बाद 10 रुपये का नोट आता है जिसका वॉल्यूम 23.6 परसेंट है. नोटों की यह मात्रा 31 मार्च, 2021 के चलन के हिसाब से बताई गई है ।

प्रिंटिंग पर कितना हुआ खर्च
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल नोटों की आवक 9.7 परसेंट कम हुई है । पिछले साल से इस साल देखें तो बैंक नोट की सप्लाई 0.3 परसेंट कम हुई है । 1 जुलाई, 2020 से 31 मार्च 2021 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर कुल 4,012.1 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं । पिछले साल जुलाई 2019 से जून 2020 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर 4,377.8 करोड़ रुपये खर्च हुए थे । जाली नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने कहा कि कुल नकली नोटों में 3.9 परसेंट रिजर्व बैंक में जबकि 96.1 परसेंट अन्य बैंकों में पाए गए थे । 2020-21 के दौरान कुल 2,08,625 जाली नोट पकड़ में आए । 2019-20 में यह संख्या 2,96,695 थी और 2018-19 में 3,17,384 थी ।

स्टेट बैंक के पास करंसी चेस्ट
करंसी नोट और सिक्कों को जारी करने का काम रिजर्व बैंक करता है । इसका प्रबंधन भी आरबीआई की तरफ से होता है । इस काम में इशू ऑफिस, करंसी चेस्ट और स्मॉल कॉइन डिपोजिट बड़ी भूमिका निभाते हैं जो कि पूरे देश में फैले होते हैं। 31 मार्च 2021 तक देश में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास करेंसी चेस्ट नेटवर्क का 55 परसेंट हिस्सा था जो कि सभी बैंकों में ज्यादा है । कटे-फटे नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने बताया है कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते इस काम में बाधा आई थी, लेकिन अब उसे दुरुस्त कर दिया गया है ।