JPSC Result: 2005 में हुई थी परीक्षा, 2023 में आया रिजल्ट, 18 साल बाद मिली सरकारी नौकरी
JPSC Result, JPSC Deputy Collector: सरकारी नौकरी की चाह व्यक्ति को कितना इंतजार करवा सकती है, यह जेपीएससी डिप्टी कलेक्टर परीक्षा से स्पष्ट हो चुका है। 2005 में झारखंड लोक सेवा आयोग ने डिप्टी कलेक्टर पद की 50 भर्तियों के लिए परीक्षा आयोजित की थी, जिसका रिजल्ट अब यानी 2023 में आया है। इसकी सम्पूर्ण जानकारी आपको नीचे दी गई है।
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(JPSC Result, JPSC Deputy Collector) सरकारी नौकरी के लिए कुछ उम्मीदवार सालों तक तैयारी करते हैं। परीक्षा देते हैं, रिजल्ट आता है और उन्हें पता चल जाता है कि वे उस वैकेंसी के योग्य हैं या नहीं। बीते कुछ सालों में सरकारी नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं के रिजल्ट रुकने या देरी से जारी होने की खबरें आम हो गई हैं इनमें भी आपने अधिक से अधिक 4-6 सालों की देरी होने की खबरें पढ़ीं होगी।
लेकिन झारखंड लोक सेवा आयोग के एक मामले ने उम्मीदवारों के इंतजार की सभी सीमाएं लांघ दी हैं (JPSC Jobs) झारखंड लोक सेवा आयोग ने साल 2005 में डिप्टी कलेक्टर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी। उस परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार लंबे समय से रिजल्ट जारी होने का इंतजार कर रहे थे। आखिरकार साल 2003 में यानी 18 सालों के लंबे इंतजार के बाद जेपीएससी डिप्टी कलेक्टर भर्ती परीक्षा का रिजल्ट jpsc.gov.in पर जारी कर दिया गया है।
50 लोगों को मिली सरकारी नौकरी
झारखंड लोक सेवा आयोग ने डिप्टी कलेक्टर के इन रिक्त पदों की घोषणा 2005 में की थी। अब इसका रिजल्ट सुर्खियों में छा गया है। इसमें जनरल कैटेगरी के 24, ओबीसी कैटेगरी के 7, एससी के 5 और एसटी के 13 उम्मीदवार सेलेक्ट हुए हैं। वहीं, एक उम्मीदवार दिव्यांग वर्ग का है। इस परीक्षा में राजेश कुमार ने टॉप किया है (JPSC Exam Topper) आपकी जानकारी के लिए बता दें, रिजल्ट जारी होने तक अधिकतर उम्मीदवार अधिकतम आयु सीमा पार कर चुके थे।
परीक्षा के आयोजन में हुई थी गड़बड़ी
जेपीएससी डिप्टी कलेक्टर भर्ती परीक्षा 13 अप्रैल 2006 को हुई थी। इसके लिए रांची में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस भर्ती परीक्षा में कुल 8254 उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा के आयोजन में गड़बड़ी को लेकर कुछ विवाद हो गया था। मामला हाईकोर्ट में पहुंचने के बाद झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल सैय्यद सिब्ते रजी ने परीक्षा की जांच का आदेश दिया था। लंबे समय तक यह केस झारखंड हाईकोर्ट में चलता रहा।
इंतजार में निकल गई उम्मीदवारों की उम्र
परीक्षा के बाद रिजल्ट के इंतजार में 50 फीसदी उम्मीदवारों की उम्र निकल गई। झारखंड में डिप्टी कलेक्टर के पद पर आवेदन करने की अधिकतम उम्र सीमा 35 साल होती है। वैकेंसी के लिए 7 साल लंबे इंतजार के बाद जांच की रिपोर्ट 2013 में पेश की गई। फिर 12 जून 2013 को जांच की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इसके बाद 19 अक्टूबर 2015 को फिर से परीक्षा लेने की सूचना जारी की गई। तब तक 4000 उम्मीदवारों की उम्र निकल चुकी थी और इन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
15 साल बाद दोबारा हुई परीक्षा
इस वैकेंसी के लिए झारखंड पीएससी ने 23 दिसंबर 2019 से 29 दिसंबर 2019 तक फिर से परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया। लेकिन परीक्षार्थियों के अनुरोध पर परीक्षा 3 जनवरी 2020 को आयोजित हुई। इसमें करीब 4 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 3 साल बाद यानी 2023 में 2005 में निकली वैकेंसी के लिए फाइनल रिजल्ट जारी किया गया है। परीक्षाओं के इतिहास में रिजल्ट का इतना लंबा इंतजार शायद ही पहले कभी किया गया हो।
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