Motivational Story – अपनी गलती पर हमसे बड़ा कोई वकील नहीं
Motivational Story – अपनी गलती पर हमसे बड़ा कोई वकील नहीं
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आज की स्टोरी में हम आपको जीवन की सच्चाई के बारे में बताएंगे और और साथ ही जीवन में क्या सावधानी रखनी चाहिए इसके बारे में बताएंगे तो आप पूरी स्टोरी को ध्यान से पढ़ें.
Motivational Story – अपनी गलती पर हमसे बड़ा कोई वकील नहीं
किसी ने क्या खूब लिखा है अपनी गलती पर हमसे बड़ा कोई वकील नहीं और दूसरों की गलती पर हमसे बड़ा कोई जज नहीं
Mortivational Story In Hindi
आज की यह कहानी दो प्रेमियों लेकर है जो आपस में एक दूसरे को बहुत प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते थे लेकिन शुरू में उनके घर परिवार वालों ने उन्हें शादी करने से इनकार किया तो दोनों ने बड़ी मुश्किल से अपने घर वालों को मनाया और शादी की लेकिन शादी के बाद उन्हें बच्चे नहीं हुए जिसको लेकर दोनों बहुत परेशान थे. कुछ वर्षों बाद ऊपर वाले की कृपा से उन्हे एक सुंदर बच्चा हुआ उस बच्चे को दोनों माता-पिता अपनी जान से ज्यादा प्यार करते थे पति ऑफिस जाता था और पत्नी घर को संभालती थी.
एक दिन पति की तबीयत खराब थी और पति दवाई ले रहा था वह दवाई लेकर दवाई को बाहर छोड़कर ऑफिस जाते हुए बोला अपनी पत्नी को की दवाई को ढक्कन लगाकर अंदर रख देना पत्नी घर का काम कर रही थी और वह काम में लगी रही इतने में वह छोटा सा बच्चा बाहर जाकर उस दवाई को पी लिया जब छोटे से बच्चे ने बड़ों की ज्यादा दवाई पी ली तो उसकी तबीयत खराब हो गई. थोड़ी देर बाद जब उसकी मां बाहर आई दवाई को रखने के लिए तो उसने देखा उसका बच्चा जमीन पर लेता हुआ है और उसकी तबीयत खराब है तो उसने एंबुलेंस को फोन किया और अस्पताल ले जाते हुए यह सोच रही थी कि मेरी गलती की वजह से मेरे बच्चे को यह परेशानी झेलनी पड़ रही है और सोच रही थी कि जब पति आएंगे तो उसे भला बुरा कहेंगे उसने हिम्मत करके अपने पति को फोन किया और पूरी बात बताई पति तुरंत अस्पताल आया और उसे कहा घबराओ मत सब कुछ ठीक हो जाएगा.
डॉक्टर से बात की तो उन्होंने कहा बच्चे की तबीयत ठीक है और यह कुछ ही दिनों में बिल्कुल स्वस्थ हो जाएगा जब पत्नी अपने पति से माफी मांगने लगी तो पति ने कहा गलती तुम्हारी नहीं गलती तो मेरी है कि मैं दवाई लेकर इसे बाहर ही छोड़ कर चला गया, यदि मैं इसे अंदर रखता तो यह परेशानी कभी नहीं होती. उसके पति ने कहा मैं तुमसे और अपने बच्चे से बहुत प्यार करता हूं और हमेशा करता रहूंगा.
कहानी से शिक्षा
जिंदगी में दूसरों की गलतियां ढूंढना बंद करिए और अपनी गलती स्वीकार करिए अपने काम को दूसरों पर डालने की आदत को छोड़िए क्योंकि गलतियां तो हम सब से होती हैं.
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